ये सब सुन कर सब डलहौजी जाने को तैयार हो गए ये सब सुन कर सब डलहौजी जाने को तैयार हो गए
वही बना लो जो मुझे पसंद हैं, बैंगन का भरता,ज्वार की रोटी,लहसुन हरी मिर्च की चटनी वही बना लो जो मुझे पसंद हैं, बैंगन का भरता,ज्वार की रोटी,लहसुन हरी मिर्च की चटनी
चले जाते हैं अपनों के दिल को अनदेखा करके कुचलकर। चले जाते हैं अपनों के दिल को अनदेखा करके कुचलकर।
सही मायने में होली क्या होती है आज उसने सच में होली मनाई थी ! सही मायने में होली क्या होती है आज उसने सच में होली मनाई थी !
और आसपास का सारा माहौल तालियों की आवाज व द्विअर्थी संवादों से गूंज उठा। और आसपास का सारा माहौल तालियों की आवाज व द्विअर्थी संवादों से गूंज उठा।
मंत्री जी के ओजस्वी भाषण अभी भी उस झाड़ियों में शोर मचा रहे थे। मंत्री जी के ओजस्वी भाषण अभी भी उस झाड़ियों में शोर मचा रहे थे।